जैसे कि भारत में वास्तु का प्रचलन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका है। ठीक उसी तरह धीरे-धीरे लोग चीनी वास्तु यानि फेंगशुई के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं। फेंगशुई दो शब्दों के जोड़ से बना है। फेंग का अर्थ वायु और शुई का अर्थ जल होता है। जिस तरह वास्तु में की कई तरह के उपाय बताए गए हैं, ठीक वैसे ही फेंगशुई में भी ऐसी बहुत सी चीज़ों के बारे में बताया गया है, जिसका इस्तेमाल करके व्यक्ति अपनी कई तरह की समस्याओं से छुटकारा पा सकता है। आज हम आपको बताएंगे फेंगशुई में बताई गई घंटी के बारे में, जिसका प्रयोग करके व्यक्ति अपने आस-पास या घर से वास्तु दोष को दूर कर सकता है। तो आइए जानते हैं चीनी घंटियों का प्रयोग कैसे किया जा सकता है।
कहते हैं कि अगर ईशान कोण में वास्तु दोष हो तो व्यक्ति को गरीबी का सामना करना पड़ सकता है। वह इंसान कभी भी अपने व्यवसाय में तरक्की नहीं कर पाता। तो वहीं अगर चीनी घंटियों को ईशान कोण में लगाया जाए तो घर में मधुर झनकार पैदा होती है और इसके साथ ही सकरात्मक ऊर्जा के संचार होता है। घंटियों की आवाज़ से मन को शांति मिलती है। कहते हैं कि इस दिशा को साफ़-सुथरा रखने से भी वास्तु के दोषों से बचा जा सकता है।
चीनी घंटियों का प्रयोग विभिन्न प्रकार की ऊर्जा को पवित्र करके, शुभ ऊर्जा को घर के भीतर लाने व अशुभ ऊर्जा को घर से बाहर निकालने के लिए किया जाता है। घर में कोई दोष हो तो वहां विंडचाइम का प्रयोग बहुत लाभकारी होता है। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यवसाय में प्रगति होती है। घंटियों की आवाज जितनी मधुर होती है उतना ही घर में सुकून व शांति होती है। घंटियों को घर में ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए जहां से इनकी आवाज पूरे घर में सुनाई दें और हवा चलने, दरवाजे को खोलने या बंद करने या फिर किसी के आते-जाते समय घंटियां जितनी अधिक बार बजेगी, उतनी ही घर में समृद्धि बनी रहेगी।
कहते हैं कि घर के मेन गेट से ही ज्यादातर नकरात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। ऐसा में घर के मुख्य द्वार पर घंटियों की झालर लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा निकल जाती है और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।
वास्तु में ऐसा भी माना गया है कि घर की सीढ़ियों में भी वास्तु दोष होता है। ऐसा माना जाता है कि सीढ़ियों को प्रगति का सूचक कहा जाता है। तो ऐसे में सीढ़ियों के मध्य भाग में अगर चीनी घंटी लगा दी जाए तो सारे दोष खत्म हो जाते हैं।