महिलाएं अपनी अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के इन दवाओं का सेवन करती है। लेकिन ये आपको हानि भी पहुंचा सकती है। गर्भनिरोधक गोलियां दो तरह की होती हैं। इनमें एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन होता है। इनमें से कुछ में सिर्फ प्रोजेस्टिन ही पाया जाता है। इन्हें ‘मिनी पिल’ के नाम से भी जाना जाता है।गर्भनिरोधक गोलियों के साइड इफ़ेक्ट:
इन गोलियों को लेने के बाद महिलाओं को जलन, खुजली जैसी समस्या होती है। निरंतर गर्भनिरोधक गोलियों को लेने से गर्भनाल और ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भनिरोधक गोलियों के सेलन के बाद सिर में दर्द हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या हो सकती है। इनके सेवन से सेक्स करने की इच्छा कम हो जाती है। महिलाएं डिप्रेशन का शिकार भी बन सकती हैं।
इनकी वजह से वजन बढ़ता है। महिलाओं को पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने की शिकायत रहती है। इन गोलियों की वजह से अंदरूनी नसों में खून के थक्के जमने की शिकायत सामने आ सकती है।