Thursday, November 30

Mahashivratri 2022: अगर पाना है दूखो से मुक्ति तो महा शिवरात्रि महादेव के रुद्राभिषेक पर करें ये उपाय

नई दिल्ली: महाशिवरात्रि का पावन पर्व मंगलवार, मार्च को मनाया जाएगा. महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक बेहद खास माना जाता है। रुद्राभिषेक की महिमा वेदों में भी वर्णित है।यजुर्वेद में कहा गया है कि घर में या शिव मंदिर में रुद्राभिषेक बहुत ही लाभकारी होता है। रुद्राभिषेक ग्रहों और नक्षत्रों के बुरे प्रभाव को दूर करता है। साथ ही जीवन में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं। आइए आपको बताते हैं रुद्राभिषेक की असली विधि।

रुद्राभिषेक संस्कार
: रुद्राभिषेक के लिए शिवलिंग को उत्तर दिशा की ओर मुंह करके रखना चाहिए। अभिषिक्त व्यक्ति या अन्य लोगों के लिए पूर्व की ओर मुख करना सबसे अच्छा माना जाता है। पहले शिवलिंग पर श्रृंगी (अभिषेक पत्र) से गंगाजल डालें और फिर अभिषेक करें। रुद्राभिषेक के दौरान महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र, शिव पंचाक्षर मंत्र (नमः शिवाय) या रुद्र मंत्र का जाप करना चाहिए। पूजा करते समय शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं। इसके बाद पूजा सामग्री को शिवलिंग पर रखें। इसके बाद शिवाजी को शिकार बना लिया। साथ ही शिव मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा करने के बाद परिवार को शिव की आरती करनी चाहिए। शिव की आरती के बाद पूरे घर में अभिषेक जल का छिड़काव करें। अभिषेक के समय शिव मंत्रों का निरंतर जाप करना शुभ माना जाता है।

अभिषेक से पहले इन देवताओं
का आह्वान : रुद्राभिषेक एक महत्वपूर्ण पूजा है। अभिषेक शुरू करने से पहले देवताओं का आह्वान करना जरूरी है। सबसे पहले हम भगवान गणेश का आह्वान करते हैं। इसके बाद माता पार्वती, नवग्रह, माता पृथ्वी, ब्रह्मदेव, माता लक्ष्मी, अग्नि देव, सूर्यदेव और माता गंगा का आवाहन कर उनकी पूजा की जाती है। इसके बाद अक्षत, रोली और फूल चढ़ाकर सभी देवताओं की स्तुति की जाती है। इसके बाद अभिषेक शुरू होता है।

रुद्राभिषेक के लिए पूजा सामग्री: रुद्राभिषेक के लिए
पूजा सामग्री में शुद्ध गाय का घी, सुपारी, फूल, चंदन, धूप, खुशबू, कपूर, बेल के पत्ते, मिठाई, मौसमी फल, शहद, दही, ताजा दूध, गुलाब जल, जूस, सूखे मेवे शामिल हैं। पानी, पंचामृत। है। इसमें चंदन का पानी, गंगा जल, शुद्ध जल, सुपारी और नारियल भी शामिल हैं। अभिषेक शुरू करने से पहले उन्हें इकट्ठा कर लें। रुद्राभिषेक में सबसे महत्वपूर्ण चीज श्रृंगी (अभिषेक का चरित्र) है। अभिषेक के लिए पीतल का सींग सबसे अच्छा माना जाता है। हालांकि, किसी अन्य धातु के हॉर्न का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। अभिषेक के समय इन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।