जानिए क्यों महाभारत में श्री कृष्‍ण खाते थे मूंगफली, क्या था इसका रहस्य

भगवान श्री कृष्‍ण ने महाभारत युद्ध के दौरान कई लीलाएं द‌िखाई और ब‌िना अस्‍त्र शस्‍त्र उठाए ही पांडवों को युद्ध में व‌िजयी बना द‌िया। श्री कृष्‍ण की लीलाओं में एक बड़ी ही रोचक लीला थी हर द‌िन मूंगफली खाना। श्री कृष्‍ण का मूंगफली खाने में बहुत बड़ा रहस्य छुपा था ज‌िसे स‌िर्फ एक व्यक्त‌ि ही जानता था और यह थे उडूपी के राजा।
क्या था मूंगफली खाने का रहस्य:
इन्होंने भगवान श्री कृष्‍ण से कहा क‌ि इस युद्ध में लाखों योद्धा शाम‌िल होंगे और युद्ध करेंगे लेक‌िन इनके ल‌िए भोजन का प्रबंध कैसे होगा। ब‌िना भोजन तो योद्धा लड़ ही नहीं पाएंगे इसल‌िए दोनों पक्षों के ल‌िए भोजन का प्रबंध मेरी ओर से रहेगा। श्री कृष्‍ण ने इस बात की इजाजत दे दी।
कैसे हो भोजन का प्रबंध:
लेक‌िन उडूपी के राजा के सामने चुनौत‌ी यह थी क‌ि हर द‌िन क‌ितने लोगों का भोजन बनाया जाए क्योंक‌ि युद्ध में हर द‌िन हजारों योद्धा वीरगत‌ि को प्राप्त होंगे। अगर भोजन कम होगा तो सैन‌िक भूखे रह जाएंगे और अध‌िक हुआ तो देवी अन्नपूर्णा का अपमान होगा। ऐसे में उन्होंने श्री कृष्‍ण के सामने अपनी च‌िंता प्रकट की।
मूंगफली के दानों के बराबर होंगे वीरगति प्राप्त सैनिक:
श्री कृष्‍ण ने कहा क‌ि मैं हर द‌िन उबले हुए मूंगफली खाऊंगा। मूंगफली के ज‌ितने दाने मैं खाऊंगा समझ लेना उस द‌िन युद्ध में उतने हजार सैन‌िक मारे जाएंगे। इस तरह श्री कृष्‍ण ने उडूपी के राजा के सामने एक बड़ा रहस्‍य खोल द‌िया ज‌िससे हर द‌िन सैन‌िकों को पूरा भोजन म‌िल जाता था।