पाँच राज्यों में हार पर कांग्रेस का ‘महामंथन’,CWC की बैठक से निकलेगी नई राह ?

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी इस समय सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। रही सही कसर उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव परिणाम ने पूरी कर दी है। विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को कमान संभालने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ था।

पार्टी को भी इस बार के विधान सभा चुनाव में बेहतर की उम्मीद थी लेकिन परिणाम आशा के विपरीत आया। प्रियंका के आक्रामक प्रचार अभियान के बावजूद कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में सूपड़ा साफ हो गया। वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव में जहां कांग्रेस के सात विधायक जीत कर आये थे। इस बार कांग्रेस महज दो सीटों पर सिमट गयी।

कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में हुई हार की समीक्षा कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू,जोन के अनुसार पार्टी के पदाधिकारियों और चुनाव लड़े प्रत्याशियों के साथ बैठक कर रहे हैं। रविवार को वाराणसी जोन के पार्टी पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस नेता राजेश मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बैठक की। सोमवार को मध्य जोन की बैठक संभावित है।

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह ने “हिन्दुस्थान समाचार” को बताया कि जज्बातों से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। विधान सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार हुई है। इसमें हमारी कोई कमी रह गयी और हम जनता को अपनी बात समझाने में कामयाब नहीं हो सके। हम लड़ेंगे, जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करेंगे और जीतेंगे।