इस डिजिटल युग ने हमारे जीवन में बहुत सी चीजों को इतना आसान बना दिया है कि हम गैजेट्स के आदी हो गए हैं । इन गैजेट्स का सबसे ज्यादा असर बड़े बच्चों पर पड़ता है। टेक्नोलॉजी इतनी तेज हो गई है कि छोटे बच्चे घंटों गैजेट्स पर बिताते हैं। बच्चे घंटों टीवी और मोबाइल देखते हैं और यह आदत उनकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो रही है।
कोरोना ने बच्चों को अपना ज्यादातर समय घर पर बिताने पर मजबूर कर दिया है और इसने उन्हें टीवी और गैजेट्स फ्रेंडली बना दिया है। पहले माता-पिता ऑफिस जाते थे और बच्चे स्कूल जाते थे, लेकिन अब स्थिति उलट है। वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेज ने पूरी व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है। आज बच्चों को कोई भी रचनात्मक चीज सिखाने या मनोरंजन करने के लिए टीवी या फोन का सहारा लेना पड़ता है। अगर बच्चे टीवी देखने को मजबूर हैं तो इसके लिए कुछ हेल्थ केयर टिप्स अपनाना बेहद जरूरी है। हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स बताने जा रहे हैं।
स्क्रीन से दूरी
अगर बच्चे को मोबाइल या टीवी देखने की आदत हो गई है और वह घंटों तक उसे नहीं छोड़ता है तो आपको इस स्थिति में सावधान रहने की जरूरत है। बच्चे के लिए टीवी और मोबाइल ऐसी जगह रखें जहां से उसकी आंखों को नुकसान न पहुंचे। बच्चे और स्क्रीन के बीच थोड़ी दूरी रखना बहुत जरूरी है। अगर आपका बच्चा ऐसा करने से मना भी करता है तो भी आपको इस आई केयर टिप का पालन करना चाहिए।
20-20-20 नियम
20-20-20 का यह नियम इस समय बच्चों के लिए काफी कारगर माना जा रहा है। ऑनलाइन क्लासेज और घंटों टीवी देखना थका देने वाला है। इस पोजीशन में आंखों को आराम देने के लिए 20-20-20 के नियम का पालन करें। अपने बच्चे को हर 20 मिनट में एक ब्रेक लेने के लिए कहें। इस बीच उसे 20 फीट दूर देखना चाहिए और लगभग 20 सेकंड के लिए ऐसा करना चाहिए।
हल्की देखभाल
देखा गया है कि आजकल बच्चे बंद कमरों में बत्तियां बुझाकर टीवी देखने के आदी हो गए हैं। इस तरीके से उनकी आंखों को काफी नुकसान हो सकता है। जब भी बच्चा टीवी देखे तो लाइट चालू रखें। ऐसा करने से उनकी आंखों पर टीवी से निकलने वाली रोशनी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। जानकारों के मुताबिक कम रोशनी में टीवी देखने से आंखों में खिंचाव आता है।