हस्तरेखा शास्त्र में व्यक्ति की हथेली को पढ़कर उसके चरित्र या भविष्य के जीवन का मूल्यांकन किया जाता है। विभिन्न रेखा जैसे दिल की रेखा, जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा आदि और उठान या उभार, को पढ़कर अनुमानत: उनके संबद्ध आकार, गुण और अंतरशाखाओं के संबंध में सुझाव दिये जाते हैं। कुछ रिवाजों में हस्तरेखा पढ़ने वाले उंगलियों, नाखूनों, उंगलियों के निशान और व्यक्ति की त्वचा की रेखाओं, त्वचा की बनावट व रंग, आकार, हथेली के आकार और हाथ का लचीलापन भी देखते हैं।
गुरु पर्वत
- गुरु पर्वत तर्जिनी उंगली के निचा स्थित होता है।
- अगर आपके हाथ में गुरू पर्वत उभरा हुआ है तो आप शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
- आप इंजीनियरिंग, चिकित्सा, सरकारी क्षेत्र, राजनीति, शिक्षक इत्यादि क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं।
- गुरु पर्वत पर उभार के साथ बहुत सी रेखाओं के होने से सरकारी नौकरी मिलने की संभावना होती है।
- आपके हाथ में रेखाएं जितनी साफ और कम कटी हुई होंगी उतना ही आपको संघर्ष कम करना पड़ेगा।
भाग्य रेखा
- अगर आपके हाथ में भाग्य रेखा चंद्र पर्वत से शुरू होते हुए शनि पर्वत पर जाती है तो ऐसे लोग पब्लिक डोमेन में काम करने वाले होते हैं। ये लोग अच्छे संगीतकार या कलाकार हो सकते हैं।
- अगर आपके हाथ में भाग्य रेखा कटी हुई हो तो ऐसे लोगों को अपने करियर में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
- भाग्य रेखा से निकलती हुई अन्य रेखाएं शुभ परिणाम देती है। इन रेखाओं के हथेली में होने से व्यक्ति को सुख और समृद्धि मिलती है।
शनि पर्वत
- मध्य उंगली के नीचे शनि का पर्वत होता है।
- यदि हथेली में शनि पर्वत अधिक उभरा हुआ है तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी। लेकिन उसके लिए कड़ी मेहनत भी करनी पड़ेगी।
- ऐसे लोग इंजीनियर, वैज्ञानिक या शोधकर्ता हो सकते हैं।
शुक्र पर्वत
- हथेली में अँगूठे के नीचे शुक्र पर्वत स्थित है।
- कला, मीडिया या फिल्म के क्षेत्र में जाने वाले लोगों के हाथों में शुक्र काफी बलवान होता है।
- इन लोगों के हाथों में शुक्र का घेरा काफी बड़ा देखने को मिलता है।