Thursday, November 30

  ब्रिटेन : यूक्रेन के बाद अन्य पड़ोसी देशों पर भी हमला कर सकते हैं पुतिन

ब्रिटेन ने यह चेतावनी दी है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के बाद सोवियत संघ के विघटन के बाद अस्तित्व में आये अन्य देशों पर भी हमला कर सकते हैं। ब्रिटेन के दैनिक समाचार पत्र डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन की विदेश सचिव लिज ट्रस ने चेतावनी दी है कि अगर पुतिन को यूक्रेन पर हमला करने दिया गया तो वह अन्य पड़ोसी देशों पर भी हमला करेंगे।

उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया है कि वह एकजुट होकर रूस पर दबाव डालें। उन्होंने डेली मेल को रविवार को दिये साक्षात्कार में कहा कि पुतिन को रोकने की जरूरत है क्योंकि वह सिर्फ यूक्रेन पर नहीं रूकेंगे। वह बहुत ही चालाक हैं और उनकी महत्वाकांक्षा उन्हें बस यूक्रेन पर कब्जा करने पर नहीं रूकने देगी बल्कि वह समय को वापस 1990 या उससे पहले के दौर में वापस ले जाना चाहते हैं।

लिज ने कहा कि बाल्टिक देश खतरे में हैं। लिज ने कहा कि पुतिन ने यह सब सार्वजनिक रूप से कहा है, कि वह महान रूस बनाना चाहते हैं, कि वह पूर्ववत स्थिति लाना चाहते हैं, जब रूस का पूर्वी यूरोप के एक बहुत बड़े भूभाग पर कब्जा था।

सोवियत संघ के विघटन से पहले रूस के अलावा यूक्रेन, बेलारूस, उज्बेकिस्तान,

तुर्कमेनिस्तान, तजाकिस्तान,मोलदोवा, लिथुआनिया, लातविया, किर्गिज्स्तान, कजाख्स्तान, जॉर्जिया, एस्तोनिया, अजरबेजान और आर्मेनिया उसका हिस्सा थे।

उन्होंने कहा, यह जरूरी हो जाता है कि हम और हमारे गठबंधन सहयोगी पुतिन के खिलाफ खड़े हों। अगले सप्ताह यह यूक्रेन हो सकता है लेकिन फिर अगला देश कौन होगा।

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी रूस पर युद्ध के लिए उत्सुक होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह 1945 के बाद यूरोप के सबसे बड़े युद्ध की योजना बना रहा है।

बीबीसी के साथ शनिवार को हुई बातचीत में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि जो संकेत दिख रहे हैं, उनसे तो यही पता चलता है कि रूस ने योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है। बोरिस जॉनसन के अनुसार रूस किसी भी वक्त यूक्रेन पर हमला कर सकता है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी है कि ब्रिटेन रूस के खिलाफ और सख्त प्रतिबंध लगा सकता है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और अमेरिका मिलकर रूस की कंपनियों को डॉलर और पाउंड में कारोबार करने से रोक देंगी और इसका काफी प्रभाव पड़ेगा।

अमेरिकी सरकार के ताजा आंकलन के मुताबिक यूक्रेन की सीमा से लगे रूस के इलाके और पड़ोसी बेलारूस में 1,69,000 से 1,90,000 सैनिक तैनात हैं। हालांकि, इस आंकड़े में पूर्वी यूक्रेन के विद्रोही भी शामिल हैं।

यूक्रेन संकट को गहराता देखकर भारत पहले ही अपने नागरिकों को वहां से लौटने का परामर्श जारी कर चुका है। अब फ्रांस और जर्मनी ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है।