Sunday, September 15

क्या हेल्दी बच्चों को कोरोना की बूस्टर डोज की जरूरत? WHO की चीफ साइंटिस्ट ने दी ये सलाह

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर (Coronavirus 3rd Wave) का कहर जारी है और रोजाना 2 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच हाल ही में 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन देने की शुरुआत की गई थी और साथ ही गंभीर बीमारी से ग्रस्त 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को प्रीकॉशन डोज दी जा रही. इसके बाद सवाल उठ रहे थे कि क्या पूरी तरह से स्वस्थ बच्चों को भी बूस्टर डोज की जरूरत है.

डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट का जवाब आया सामने

हेल्दी बच्चों को बूस्टर डोज देने के सवाल पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) का जवाब सामने आया है. उन्होंने कहा कि अभी इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि स्वस्थ बच्चों और किशोरों को कोरोना वायरस की बूस्टर डोज (Coronavirus Booster Dose) की जरूरत है. सौम्या स्वामीनाथन की यह बात ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका, जर्मनी और इजराइल सहित अन्य देशों ने बच्चों को बूस्टर डोज देनी शुरू कर दी है.

ओमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन की इम्यूनिटी में कमी

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट (Coronavirus Omicron Variant) के खिलाफ वैक्सीन की इम्यूनिटी में कुछ कमी की बात सामने आ रही है, लेकिन अभी इस पर ज्यादा शोध की जरूरत है.

बुजुर्गों को बूस्टर डोज देने से WHO का इनकार नहीं

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने आबादी के कुछ कमजोर वर्गों (बुजुर्गों और बीमार लोगों) को बूस्टर शॉट्स देने की आवश्यकता को पूरी तरह से खारिज नहीं किया है. स्वामीनाथन ने कहा कि प्रमुख विशेषज्ञों का एक ग्रुप इस हफ्ते के अंत में बैठक करेगा, जिसमें इस पर विचार होगा कि बूस्टर डोज पर कैसे फैसला लिया जाए.

WHO के मुताबिक किसको है बूस्टर डोज की जरूरत

सौम्या स्वामीनाथन के मुताबिक बूस्टर डोज (Covid-19 Booster Dose) का उद्देश्य सबसे कमजोर और गंभीर बीमारी वाले लोगों की रक्षा करना है. स्वास्थ्य कर्मियों को भी इसकी जरूरत है, जिस वजह से उन्हें दिया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज पर अभी बहुत ज्यादा अध्ययन की जरूरत है.

देश में 3.73 करोड़ बच्चों को दी जा चुकी है पहली डोज

बता दें कि भारत में फिलहाल 15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में अब तक 3 करोड़ 73 लाख 4 हजार 693 बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जिनमें से 12.03 लाख डोज पिछले 24 घंटे में लगाई गई है.